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इजराइल ने वेस्ट बैंक से 10 भारतीय मजदूरों को छुड़ाया:एक महीने से फिलिस्तीनियों ने बंधक बना रखा था, पासपोर्ट भी जब्त कर लिए थे

इजराइली अधिकारियों ने वेस्ट बैंक में फिलिस्तीनियों की कैद से 10 भारतीय मजदूरों को छुड़ा लिया। सभी को इजराइल लाया गया है। टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के मुताबिक, फिलिस्तीनियों ने इन भारतीयों को मजदूरी के काम का झांसा देकर इजराइल से वेस्ट बैंक के अल-जायम गांव में बुलाया था।
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इजराइल ने वेस्ट बैंक से 10 भारतीय मजदूरों को छुड़ाया:एक महीने से फिलिस्तीनियों ने बंधक बना रखा था, पासपोर्ट भी जब्त कर लिए थे
इसके बाद उन्हें बंधक बनाकर सभी के पासपोर्ट जब्त कर लिए थे। फिलिस्तीनी इन पासपोर्ट का इस्तेमाल कर अवैध रूप से इजराइल में घुसने की कोशिश कर कर रहे थे। इजराइली अधिकारियों ने 6 मार्च की रात वेस्ट बैंक में एक ऑपरेशन चलाकर इन सभी बंधकों को छुड़ाया।
इजराइल में भारत के दूतावास ने इसकी जानकारी दी है। फिलहाल मामले की जांच जारी है। भारतीय दूतावास इजराइली अधिकारियों के संपर्क में हैं।
इजराइल ने वेस्ट बैंक से 10 भारतीय मजदूरों को छुड़ाया: एक महीने से थे बंधक
इजराइली अधिकारियों ने वेस्ट बैंक के अल-जायेम गांव में एक अभियान चलाकर 10 भारतीय मजदूरों को मुक्त कराया है, जिन्हें फिलिस्तीनियों ने पिछले एक महीने से बंधक बनाकर रखा था। इन मजदूरों के पासपोर्ट भी जब्त कर लिए गए थे।
कैसे हुए बंधक?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये मजदूर इजराइल में निर्माण कार्य के लिए आए थे, लेकिन कुछ दलालों ने उन्हें धोखे से वेस्ट बैंक के अल-जायेम गांव में बुला लिया। वहां उनके पासपोर्ट जब्त कर लिए गए और उन्हें जबरन बंधक बनाकर रखा गया।
इजराइली सेना का बचाव अभियान
इजराइली जनसंख्या और आव्रजन प्राधिकरण (Population and Immigration Authority) ने इजराइली रक्षा बलों (IDF) और न्याय मंत्रालय के साथ मिलकर रातभर चले एक विशेष अभियान के तहत इन भारतीयों को मुक्त कराया।
इजराइली प्रवक्ता ने बताया कि यह ऑपरेशन काफी संवेदनशील था क्योंकि वेस्ट बैंक में इजराइली सेना का सीधा नियंत्रण नहीं है। बावजूद इसके, इजराइली सुरक्षाबलों ने सफलता हासिल करते हुए मजदूरों को छुड़ाया और उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।
मजदूरों की स्थिति और अगली प्रक्रिया
बचाए गए सभी भारतीय मजदूर सुरक्षित हैं और अब उन्हें इजराइली अधिकारियों द्वारा विशेष देखरेख में रखा गया है। इजराइली सरकार इस मामले में आगे की जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि मजदूरों को बंधक बनाने के पीछे कौन था।
भारत-इजराइल के बीच श्रमिक समझौता
गौरतलब है कि पिछले एक वर्ष में लगभग 16,000 भारतीय मजदूर इजराइल के निर्माण उद्योग में काम करने के लिए गए हैं। भारत और इजराइल के बीच हुए समझौते के तहत भारतीय मजदूरों को अधिक वेतन और बेहतर कार्य स्थितियों का लाभ मिलता है।
निष्कर्ष
यह घटना भारतीय प्रवासी मजदूरों के लिए एक महत्वपूर्ण चेतावनी है कि वे किसी भी अनधिकृत एजेंट या दलाल के झांसे में न आएं। भारत सरकार भी इस मामले पर नजर बनाए हुए है और यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रही है कि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।