सीबीआई आर्थिक गड़बड़ी के आरोप में आरजी कर मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल रहल संदीप घोष के गिरफ्तार कर लिहलसि

सोमवार के सांझ के केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल के प्रिंसिपल रहल संदीप घोष के गिरफ्तार क लेलस। पिछला महीना अस्पताल में एगो 31 बरीस के प्रशिक्षु डाक्टर के बलात्कार आ हत्या का बाद ई गिरफ्तारी भइल बा. हालांकि घोष के गिरफ्तारी के सीधा संबंध ए अपराध से नईखे बालुक अस्पताल में भईल आर्थिक गड़बड़ी के जांच से जुड़ल बा।
सीबीआई घोष से दु सप्ताह से जादे पूछताछ कईलस अवुरी ओकरा बाद घोष के गिरफ्तार करे के फैसला कईलस। एकरा अलावे सीबीआई घोष के संगे-संगे ए मामला से जुड़ल चार अवुरी डॉक्टर के पॉलीग्राफ टेस्ट भी कईले बिया। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के विशेष सचिव देबल कुमार घोष के शिकायत के आधार प संदीप घोष के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करावल गईल बा।
प्राथमिकी में संदीप घोष प गंभीर आरोप लगावल गईल बा, जवना में लाश के अनधिकृत बिक्री, बायोमेडिकल कचरा के तस्करी अवुरी छात्र से घूस मांगल शामिल बा। प्राथमिकी में कुछ खास कारोबार के भी जिक्र बा, जईसे मेसर्स मा तारा ट्रेडर्स, मेसर्स इशान कैफे अवुरी मेसर्स खामा लौहा, जवना के ए वित्तीय गड़बड़ी में शामिल बतावल जाता।
संदीप घोष फरवरी 2021 से सितंबर 2023 तक आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल के प्रिंसिपल के रूप में काम कईले। उनकर कार्यकाल ओह समय के रहे जब प्रशिक्षु डाक्टर के साथे ई दुखद घटना घटल रहे। हालांकि ए गिरफ्तारी के सीधा संबंध बलात्कार अवुरी हत्या के मामला से नईखे, लेकिन घोष प लागल आरोप अस्पताल के प्रबंधन में गहरा गड़बड़ी के ओर इशारा करता।
सीबीआई के जांच में आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल में कई गो वित्तीय गड़बड़ी के पुष्टि भईल बा, जवना से ए प्रतिष्ठित चिकित्सा संस्थान के छवि प सवालिया निशान लाग गईल बा। सीबीआई के कार्रवाई से अस्पताल अवुरी स्वास्थ्य सेवा समुदाय के भीतर व्याप्त भ्रष्टाचार अवुरी कुप्रबंधन के मुद्दा प एक बेर फेरू प्रकाश डालल गईल बा।
संदीप घोष के गिरफ्तारी के बाद अब अस्पताल के छात्र, कर्मचारी अवुरी मरीज के नजर अगिला घटनाक्रम प टिकल बा। ई मामला मीडिया में पहिलहीं से बहुते ध्यान अपना ओर खींचे वाला बा आ जनता के नजर एह पर बनल रही काहे कि हमनी का एह मामिला के तह तक चहुँपत रहीं जा.
--