64 साल बाद रमजान के जुमा पर होली:योगी बोले- नमाज पढ़ने मस्जिद जाना जरूरी नहीं, घर से निकलें तो रंग से परहेज न करें
होली साल में एक बार पड़ती है, जुमे की नमाज तो हर सप्ताह पड़नी है। स्थगित भी हो सकती है। अगर कोई व्यक्ति नमाज पढ़ना ही चाहता है तो अपने घर में पढ़ सकता है। जरूरी नहीं कि वह मस्जिद में ही जाए। जाना है तो रंग से परहेज न करें।'
Mar 12, 2025, 05:29 IST
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सीएम योगी आदित्यनाथ का यह बयान संभल के सीओ अनुज चौधरी के बयान के बाद रविवार को आया। अनुज चौधरी ने कहा था- अगर रंग से परहेज है तो नमाज घर में ही पढ़ लेना।
दरअसल, इस बार 64 साल के बाद होली रमजान के जुमे के दिन मनाई जाएगी। इसलिए होली और नमाज से जुड़े बयान चर्चा में हैं।
इस वर्ष, 64 वर्षों के बाद, होली और रमजान का जुमा एक ही दिन पड़ रहा है, जिससे उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों में सुरक्षा और शांति व्यवस्था को लेकर विशेष तैयारियां की गई हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि नमाज पढ़ने के लिए मस्जिद जाना अनिवार्य नहीं है, और यदि लोग घर से बाहर निकलते हैं, तो रंग से परहेज न करें।
संभल, मिर्जापुर, शाहजहांपुर जैसे शहरों में विशेष सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं, और मस्जिदों को कवर किया जा रहा है। पुलिस प्रशासन ने शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए कड़े कदम उठाए हैं, ताकि दोनों त्योहार शांतिपूर्ण ढंग से मनाए जा सकें।
धार्मिक नेताओं ने भी शांति और सौहार्द्र बनाए रखने की अपील की है, ताकि होली और रमजान के त्योहारों का आनंद सभी समुदाय मिलकर उठा सकें।
इस विशेष अवसर पर, प्रशासन और समुदाय के नेताओं की अपील है कि सभी नागरिक आपसी समझ और सहयोग से त्योहारों को मनाएं, जिससे समाज में भाईचारा और शांति बनी रहे।